परमाणुओं से परे: सूक्ष्म जगत की अदभुत कथा
कभी सोचा है कि यह खूबसूरत दुनिया जिस पर हम खड़े हैं, उसे किस चीज ने बनाया है? क्या वह ईंटें और पत्थर, लकड़ी और लोहा ही हैं, या उससे भी छोटे, अदृश्य इमारत के ब्लॉक्स मौजूद हैं? खैर, तैयार हो जाइए, क्योंकि हम आज उसी अदृश्य, सूक्ष्म जगत की यात्रा पर निकल रहे हैं जहां कणों का नृत्य होता है, बल अपना साम्राज्य चलाते हैं, और प्रकृति के नियम एक अलग ही नज़र आते हैं.
यहां, इस अध्याय में, हम पार्टिकल फिजिक्स (कण भौतिकी) के रोमांचक संसार में पहला कदम उठाएंगे. सबसे पहले, आइए जानते हैं कि ये कण आखिर हैं क्या?
सोचिए, आप किसी चीज़ को बारी-बारी काटते जाते हैं, फिर छोटे से छोटा टुकड़ा पाने की आस में उम्मीद बांधते हैं, लेकिन जैसे ही आपको लगता है कि यही सबसे छोटा कण हुआ, बूम! एक और सूक्ष्म इकाई सामने आ जाती है! यही कणों का सार है - वो ब्रह्मांड के निर्माण खंड, पदार्थ के सबसे मूलभूत टुकड़े हैं, जिनसे सारा कुछ बना है, चाहे वो हमारा शरीर हो, चांद हो या दूर की आकाशगंगा.
अब, क्या ये सिर्फ अलग-अलग प्रकार के कण बेतरतीब घूमते रहते हैं या उनका कोई नियम-कायदा है? बेशक है! इन्हीं कणों और उनके बीच के खेल को समझने के लिए वैज्ञानिकों ने मानक मॉडल (Standard Model) नाम का ढांचा तैयार किया है. यह ढांचा बताता है कि ब्रह्मांड में पाए जाने वाले सभी मूलभूत कणों को तीन परिवारों में बांटा जा सकता है - क्वार्क, लेप्टॉन और गेज बोसॉन.